
मंकीपॉक्स वायरस (Monkeypox Virus) बहुत छोटे जीवाणु होते है. बता दें संक्रमित मरीज के संपर्क में आने से यह वायरस बहुत तेजी से फैलते हैं. इस वायरस को रोकना बहुत ही मुश्किल है. रिपोर्ट के अनुसार मंकीपॉक्स की संक्रमण दर 3.3 फीसदी से 30 फीसदी तक मानी गई है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, साल 1970 में पहली बार इंसानों में मंकीपॉक्स वायरस के मामले सामने आए थे. मंकीपॉक्स एक जानवरों से व्यक्तियों में फैलने वाला वायरस है. हालांकि, यह आमतौर पर ज्यादा गंभीर बीमारी नहीं है.
स्वास्थ्य विशेषज्ञ के अनुसार मंकीपॉक्स संक्रमण, संक्रमितों के रक्त तथा शारीरिक तरल पदार्थ या त्वचा के घाव के संपर्क में आने के वजह से फैलता है. यह वायरस त्वचा, आंख, नाक एवं मुंह के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है.
मंकीपॉक्स के लक्षण सामने आने में 5 दिन से 21 दिन का वक्त लगता है. मंकीपॉक्स के लक्षण में मरीज को बुखार, मांसपेशियों में दर्द, सिरदर्द, पीठ दर्द, कंपकंपी तथा थकान होती है. बता दें एक से पांच दिन बाद चेहरे पर दाने दिखाई देने लगते हैं. कभी-कभी दाने चिकन पॉक्स के समान दिखाई देते हैं. यह बीमारी ज्यादातर मरीज कुछ ही हफ्तों में ठीक हो जाते हैं.